गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट का मार्केट कैप पहली बार 1 ट्रिलियन डॉलर (71 लाख करोड़ रुपए) पहुंच गया। कंपनी के शेयर में गुरुवार को 0.8% तेजी आने से वैल्यूएशन बढ़ा। भारतीय मूल के सुंदर पिचाई (47) के सीईओ बनने के डेढ़ महीने में अल्फाबेट के वैल्यूएशन में 12% इजाफा हो चुका है। पिचाई 4 दिसंबर को सीईओ बने थे, उस दिन अल्फाबेट 893 बिलियन डॉलर (64 लाख करोड़ रुपए) पर थी। अमेरिकी शेयर बाजार के विश्लेषक पिचाई की लीडरशिप को सकारात्मक मान रहे हैं। उन्होंने अल्फाबेट के शेयर प्राइस का टार्गेट भी बढ़ाया है। अल्फाबेट का 85% रेवेन्यू गूगल से आता है। पिचाई 2015 से गूगल के सीईओ की जिम्मेदारी भी संभाल रहे हैं। उनकी लीडरशिप में गूगल के ऐड रेवेन्यू में पिछले 3 साल में 85% इजाफा हो चुका।
ट्रिलियन डॉलर के एलीट क्लब में पहली बार एक साथ 3 अमेरिकी कंपनियां
अल्फाबेट के शेयर में इस साल यानी 16 दिन में 8% से ज्यादा तेजी आ चुकी। अल्फाबेट अमेरिका की चौथी कंपनी है जो ट्रिलियन डॉलर तक पहुंची है। ऐसा पहली बार हुआ है जब तीन अमेरिकी कंपनियां एक साथ ट्रिलियन डॉलर के वैल्यूएशन पर हैं। ये तीनों टेक कंपनियां हैं। एपल पहले नंबर पर और माइक्रोसॉफ्ट दूसरे नंबर पर है। अमेजन भी 2018 में 1 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंची थी, लेकिन अभी 931 बिलियन डॉलर पर है।
सऊदी अरब की सऊदी अरामको मार्केट कैप में दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी है। अरामको का मार्केट कैपिटलाइजेशन अभी 1.8 ट्रिलियन डॉलर है। पिछले महीने 2 ट्रिलियन डॉलर वाली दुनिया की पहली कंपनी बनी थी। अमेरिका-ईरान के बीच तनाव बढ़ने के दौरान अरामको के शेयर में गिरावट आने से कंपनी के वैल्यूएशन में कमी आई